गोरखपुर, 5 सितंबर। भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने शुक्रवार को कहा कि चीन भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती है और यह चुनौती भविष्य में भी बनी रहेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश के गोरखनाथ मंदिर में आयोजित वार्षिक व्याख्यानमाला को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
जनरल चौहान ने स्पष्ट कहा कि चीन के साथ सीमा विवाद भारत के सामने सबसे जटिल और गंभीर मुद्दा है। उन्होंने पाकिस्तान को दूसरी बड़ी चुनौती बताते हुए कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से भारत के खिलाफ प्रॉक्सी वॉर चला रहा है और “हजारों घाव देकर खून बहाने” की रणनीति पर काम कर रहा है।
सीडीएस ने कहा कि किसी भी देश के लिए सुरक्षा चुनौतियां अस्थायी नहीं होतीं, बल्कि वे अलग-अलग रूपों में सामने आती रहती हैं। उन्होंने इस बात पर भी चिंता जताई कि भारत के लगभग सभी पड़ोसी देश किसी न किसी प्रकार की राजनीतिक, सामाजिक या आर्थिक अस्थिरता का सामना कर रहे हैं, जो क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए चिंता का विषय है।
जनरल चौहान ने आगे कहा कि आज युद्ध केवल भूमि, वायु और समुद्र तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसका दायरा साइबर और अंतरिक्ष तक फैल चुका है। इससे भारत की सुरक्षा चुनौतियां और जटिल हो गई हैं। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भारत के दोनों प्रमुख प्रतिद्वंद्वी—पाकिस्तान और चीन—परमाणु शक्तियां हैं। ऐसे में यह तय करना हमेशा कठिन होता है कि उनके खिलाफ किस तरह की कार्रवाई की जाए।
सीडीएस गोरखनाथ मंदिर में महंत दिग्विजयनाथ महाराज और महंत अवैद्यनाथ महाराज की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में उन्होंने ‘भारत के समक्ष राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौतियां’ विषय पर अपने विचार रखे।