दो साल बाद गाजा में बमबारी तो रुक गई, लेकिन हालात अब भी भयावह हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता में हुए सीजफायर समझौते के बाद भी गाजा में हमास ने “बदले की कार्रवाई” शुरू कर दी है।
एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने मंगलवार (14 अक्टूबर) को गाजा शहर में अपनी पकड़ मजबूत करते हुए उन लोगों को बीच सड़क गोली मार दी, जिन पर इजरायल के लिए मुखबिरी करने का आरोप था। हमास ने इस कार्रवाई का वीडियो खुद अपने अल-अक्सा टीवी टेलीग्राम चैनल पर जारी किया, जिसमें आठ लोगों को आंखों पर पट्टी बांधकर घुटनों पर बैठाकर मौत के घाट उतारा गया।
वीडियो के मुताबिक, यह सब भीड़भाड़ वाली सड़क पर हुआ, जहां नाबालिग भी मौजूद थे। हमास ने इसे “इजरायली सहयोगियों को दी गई सजा” बताया।
रिपोर्ट्स कहती हैं कि यह घटना सीजफायर के पांचवें दिन की है, जब हमास की सशस्त्र इकाइयों और अन्य फिलिस्तीनी गुटों के बीच गोलीबारी हुई। जैसे ही इजरायली सेना गाजा से पीछे हटी, हमास की काले नकाबपोश पुलिस ने सड़कों पर गश्त शुरू कर दी।
इस बीच, इजरायल की जेलों से रिहा कैदियों की बस गाजा पहुंचने पर, हमास के अल-क़सम ब्रिगेड के लड़ाकों ने भीड़ को नियंत्रित किया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास अब उन स्थानीय गुटों पर कार्रवाई कर रहा है, जिन्हें इजरायल से समर्थन मिलने का शक है।
शांति की उम्मीदों के बीच गाजा में यह ‘बदले की जंग’ एक बार फिर डर और अस्थिरता का माहौल बना रही है।