इजराइल ने मंगलवार रात गाजा पर भारी हवाई हमले किए, जिनमें अब तक 100 फिलिस्तीनियों की मौत की पुष्टि हुई है। मारे गए लोगों में 35 बच्चे भी शामिल हैं। यह हमला मिस्र के शर्म-अल-शेख में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी में हुई शांति वार्ता के बाद इजराइल की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई मानी जा रही है। इजराइल ने हमास पर सीजफायर तोड़ने और गाजा में तैनात इजरायली सैनिकों पर हमला करने का आरोप लगाया है। जवाबी कार्रवाई में इजरायली वायुसेना ने कथित आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। गाजा नागरिक सुरक्षा एजेंसी के प्रवक्ता महमूद बस्सल ने कहा कि यह युद्धविराम का “स्पष्ट उल्लंघन” है और गाजा की स्थिति “विनाशकारी और भयावह” हो गई है। बस्सल के अनुसार, “सिर्फ 12 घंटे में ही 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।” वहीं, इजरायली सेना का कहना है कि “गाजा में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले” किए गए और सीजफायर फिर से लागू कर दिया गया है। रक्षा मंत्री योआव काट्ज़ ने कहा कि हमास ने न केवल सैनिकों पर हमला किया, बल्कि मृत बंधकों के शव लौटाने के समझौते का भी उल्लंघन किया, जिसके बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जवाबी कार्रवाई का आदेश दिया।