नई दिल्ली, शनिवार: प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया (PGTI) के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान कपिल देव ने शनिवार को NDTV वर्ल्ड समिट 2025 के मंच से कहा कि गोल्फ क्रिकेट से भी ज्यादा कठिन खेल है। उन्होंने कहा कि गोल्फ में सटीकता और नियंत्रण की जरूरत इतनी अधिक होती है कि यह क्रिकेट जैसे गतिशील खेल से भी कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण बन जाता है। NDTV वर्ल्ड समिट 2025 के दौरान, जहां NDTV Golf Pro-Am लॉन्च किया गया, कपिल देव ने कहा कि हालांकि बहुत से लोग गोल्फ को आसान समझते हैं, लेकिन हकीकत में यह बेहद कठिन खेल है। उन्होंने कहा, “लक्ष्य जितना छोटा होगा, खेल उतना ही कठिन होगा। क्रिकेट में आप 360 डिग्री तक गेंद को मार सकते हैं और फिर भी रन बना सकते हैं, लेकिन गोल्फ में जरा-सी गलती भी आपको खेल से बाहर कर सकती है। लोग कहते हैं कि गेंद तो सामने रखी होती है, बस उसे मारना होता है, लेकिन यह उतना आसान नहीं है जितना दिखता है।” कपिल देव ने बताया कि लगभग 90 प्रतिशत शुरुआती खिलाड़ी गोल्फ प्रशिक्षण के पहले 15 दिनों में ही खेल छोड़ देते हैं, क्योंकि शुरुआती चरण में यह खेल काफी कठिन लगता है। उन्होंने कहा कि जो खिलाड़ी शुरुआती कुछ सप्ताह तक अभ्यास जारी रखते हैं, वे आमतौर पर लंबे समय तक खेल से जुड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि खिलाड़ी प्रतियोगिता में जीतने की कोशिश करें लेकिन साथ ही खेल का आनंद लेना न भूलें। कपिल देव ने कहा, “जब लोग निराश होते हैं, तो वे खेल छोड़ देते हैं। मैं चाहता हूं कि वे मैदान में वापस आएं, खुद को अभिव्यक्त करें और खेल का मज़ा लें – यही सबसे ज़रूरी बात है।” कपिल देव ने मज़ाकिया अंदाज़ में कहा, “हां, मैं भाग्यशाली हूं। आप अच्छा बोलते हैं; मैं उतना अच्छा नहीं बोलता।” NDTV वर्ल्ड समिट में कपिल देव की यह टिप्पणी न केवल गोल्फ प्रेमियों को प्रेरित करती है, बल्कि यह भी बताती है कि किसी भी खेल में धैर्य, सटीकता और मानसिक मजबूती सफलता की असली कुंजी होती है।