फरीदाबाद। देश में एक बड़ी आतंकी साजिश का पर्दाफाश हुआ है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और फरीदाबाद पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में फरीदाबाद के दो घरों से कुल 2923 किलो विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया है। पुलिस ने इस मामले में तीन डॉक्टरों पर कार्रवाई की है — दो गिरफ्तार किए गए हैं जबकि एक फरार बताया जा रहा है। शुरुआती जांच में इन डॉक्टरों के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवातुल हिंद से संबंध होने की आशंका जताई गई है। दो घरों से बरामद हुआ विस्फोटक पहली छापेमारी में पुलिस ने धौज इलाके में एक घर से 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट, हथियार और टाइमर बरामद किए। यह घर डॉ. मुजम्मिल नामक चिकित्सक ने किराए पर लिया हुआ था। दूसरी कार्रवाई में फतेहपुर तगा गांव के एक घर से 2563 किलो संदिग्ध विस्फोटक मिला। शुरुआती जांच में इसे भी अमोनियम नाइट्रेट बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, दोनों स्थानों से मिली विस्फोटक सामग्री का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर आतंकी हमले के लिए किया जा सकता था। विस्फोटक पदार्थ सूटकेसों में छिपाकर रखा गया था। डॉ. मुजम्मिल की निशानदेही पर हुई कार्रवाई जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कुछ दिन पहले अनंतनाग मेडिकल कॉलेज के डॉ. आदिल को गिरफ्तार किया था। उसकी निशानदेही पर ही फरीदाबाद में कार्रवाई की गई। जांच के दौरान सामने आया कि उसका सहयोगी डॉ. मुजम्मिल पिछले साढ़े तीन साल से फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी में सीनियर डॉक्टर के तौर पर कार्यरत था। मुजम्मिल की गिरफ्तारी के बाद उसकी निशानदेही पर पुलिस ने विस्फोटक, हथियार और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की। पुलिस ने मुजम्मिल के कब्जे से Krinkob assault rifle, तीन मैगजीन, एक पिस्टल, आठ जिंदा कारतूस, दो खाली खोखे, 20 टाइमर और 20 बैटरियां, तथा 360 किलो अमोनियम नाइट्रेट बरामद किया। यह भी सामने आया है कि अमोनियम नाइट्रेट मात्र 15 दिन पहले फरीदाबाद पहुंचाया गया था और इसे आठ बड़े व चार छोटे सूटकेसों में छिपाया गया था। तीन डॉक्टरों पर शक जांच एजेंसियों के अनुसार, इस आतंकी नेटवर्क में तीन डॉक्टर शामिल हैं— डॉ. मुजम्मिल – अल-फलाह यूनिवर्सिटी, फरीदाबाद (गिरफ्तार) डॉ. आदिल – अनंतनाग मेडिकल कॉलेज (गिरफ्तार) डॉ. उमर मोहम्मद – फरार, तलाश जारी इसके अलावा डॉ. शाहीन शाहिद-टुकेन को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस को शक है कि इनका संबंध अंसार गजवातुल हिंद से हो सकता है। मौलाना से किराए पर लिया था घर फतेहपुर तगा गांव में बरामद किए गए 2563 किलो अमोनियम नाइट्रेट वाले घर को डॉ. मुजम्मिल ने एक मौलाना से किराए पर लिया था। पुलिस ने मौलाना को भी पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। जांच में जुटी एजेंसियां जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इसे भारत में बड़े आतंकी हमले की साजिश का हिस्सा बताया है। फॉरेंसिक टीम विस्फोटक की जांच में जुटी है और इस पूरे मामले की रिपोर्ट राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भेज दी गई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “समय रहते कार्रवाई न की जाती, तो देश में बड़ी वारदात हो सकती थी। बरामद किया गया विस्फोटक देश की किसी भी बड़ी जगह को निशाना बनाने के लिए पर्याप्त था।” पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि यह विस्फोटक सामग्री कहां से मंगाई गई और किन लोगों तक पहुंचाई जानी थी। फिलहाल सभी संदिग्धों के कॉल रिकॉर्ड और डिजिटल ट्रेस की जांच की जा रही है।