इस्लामाबाद, 7 नवम्बर: पाकिस्तान में महँगाई एक बार फिर रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गई है। खाने-पीने की चीज़ों के आसमान छूते दामों से आम जनता की थाली खाली होती जा रही है। रिपोर्टों के अनुसार अदरक 700 रुपये किलो, टमाटर 600–700 रुपये, लहसुन 800 रुपये, प्याज 300 रुपये, गोभी 400 रुपये और भिंडी 320 रुपये किलो बिक रही है। आटा 400 रुपये किलो और दालें 350 रुपये किलो तक पहुँच चुकी हैं।
ईंधन के दाम भी बढ़े हैं — पेट्रोल अब 265 रुपये 45 पैसे और डीज़ल 278 रुपये 44 पैसे प्रति लीटर मिल रहा है। इससे ट्रांसपोर्ट और आवश्यक वस्तुओं की कीमतें और बढ़ने की आशंका है।
महँगाई से परेशान जनता अब प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और आर्मी चीफ असिम मुनीर को जिम्मेदार ठहरा रही है। कई पाकिस्तानी चैनलों पर एंकरों ने कहा कि भारत से व्यापार बंद होने के बाद सब्ज़ियों की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं — “जब भारत से टमाटर आते थे तो 20 रुपये किलो मिलते थे, अब 700 रुपये में भी नहीं।”
विशेषज्ञों का कहना है कि बढ़ती कीमतों के पीछे तेल की ऊँची दरें, आपूर्ति श्रृंखला की गड़बड़ी और सीमावर्ती तनाव जैसे कारण हैं। आर्थिक संकट गहरने के साथ राजनीतिक अस्थिरता का खतरा भी बढ़ रहा है।