इस्लामाबाद, 17 सितंबर — पाकिस्तान में आई भीषण बाढ़ के बीच आटे का संकट गहराता जा रहा है। सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब प्रांत पर आरोप है कि उसने गेहूं की दूसरे प्रांतों में सप्लाई रोक दी है। इसके चलते खैबर पख्तूनख्वा और सिंध में आटे की कीमतें डेढ़ गुना तक बढ़ गई हैं।
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, पंजाब ने औपचारिक प्रतिबंध से इनकार किया है लेकिन गेहूं की "असामान्य आवाजाही" रोकने के लिए बॉर्डर चौकियां जरूर बनाई हैं। पंजाब फ्लोर मिल्स एसोसिएशन के मुताबिक, इसी वजह से KP में 20 किलो आटे की बोरी 2,800 पाकिस्तानी रुपये तक पहुंच गई है, जबकि पंजाब में यह 1,800 रुपये में बिक रही है।
KP के गवर्नर फैसल करीम कुंडी ने इसे संविधान के अनुच्छेद 151 और "राष्ट्रीय एकता" का उल्लंघन बताया है। वहीं, पंजाब प्रशासन का कहना है कि यह कदम खाद्य सुरक्षा, जमाखोरी और तस्करी रोकने के लिए उठाया गया है।
पाकिस्तान पहले भी 2020, 2022 और 2023 में इसी तरह के गेहूं संकट का सामना कर चुका है।