नई दिल्ली/ज्यूरिख, 12 अक्टूबर :
अमेरिका में बसे भारतीय मूल के नोबेल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और एस्थर डुफ्लो जल्द ही अमेरिका छोड़कर स्विट्ज़रलैंड की ज्यूरिख यूनिवर्सिटी से जुड़ेंगे। यूनिवर्सिटी की तरफ से इसकी आधिकारिक पुष्टि की गई है।
दोनों अगले साल जुलाई से यूनिवर्सिटी के अर्थशास्त्र विभाग में शामिल होंगे और डेवलपमेंट इकोनॉमिक्स पर नया लेमान सेंटर शुरू करेंगे। इस सेंटर का उद्देश्य पॉलिसी-बेस्ड रिसर्च और शिक्षा से जुड़े वैश्विक रिसर्चर्स को एक मंच पर लाना है।
हालांकि, दोनों ने अमेरिका छोड़ने की वजह स्पष्ट नहीं की है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी सरकार द्वारा रिसर्च फंड में कटौती और यूनिवर्सिटी की स्वतंत्रता पर हमले ने इस कदम में भूमिका निभाई हो सकती है।
डुफ्लो के पास अमेरिका और फ्रांस की दोहरी नागरिकता है। दोनों MIT के साथ पार्ट-टाइम जुड़े रहेंगे और लेमान सेंटर की रिसर्च और छात्र मार्गदर्शन में सक्रिय रहेंगे।
ज्यूरिख यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर माइकल शेपमैन ने कहा,
“हमें बेहद खुशी है कि दुनिया के दो सबसे प्रभावशाली अर्थशास्त्री हमारे विश्वविद्यालय से जुड़ रहे हैं।”