दिल्ली विश्वविद्यालय की आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में पढ़ने वाली त्रिपुरा की 19 वर्षीय छात्रा स्नेहा देबनाथ बीते 7 जुलाई से लापता है। वह उस दिन सुबह अपनी एक दोस्त को सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन छोड़ने निकली थी, लेकिन उसके बाद से उसका कोई सुराग नहीं मिला।
पुलिस के अनुसार, स्नेहा की आखिरी लोकेशन सिग्नेचर ब्रिज पर मिली थी, जहां सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। परिजनों ने इसे सुरक्षा तंत्र की बड़ी चूक बताया है। स्नेहा के परिवार ने बताया कि उसने चार महीने से अपने खाते से पैसे नहीं निकाले थे और वह उस दिन कोई सामान भी साथ नहीं ले गई थी।
स्नेहा के पिता, सेना से सेवानिवृत्त मानद लेफ्टिनेंट प्रीतिश देबनाथ, वर्तमान में डायलिसिस पर हैं और बेटी के लापता होने से परिवार गहरे सदमे में है। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री के कार्यालय ने मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य पुलिस को दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
एफआईआर भी 48 घंटे बाद दर्ज हुई, जिससे पुलिस की तत्परता पर सवाल उठते हैं। स्नेहा के लिए एनडीआरएफ ने भी सर्च ऑपरेशन चलाया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
परिवार का कहना है कि अगर सिग्नेचर ब्रिज पर सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे होते, तो शायद अब तक स्नेहा का पता लग गया होता।