वॉशिंगटन/नई दिल्ली, 1 नवंबर: अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस अपने ही बयान को लेकर विवादों में हैं। उन्होंने हाल ही में अपनी पत्नी उषा वेंस, जो एक हिंदू परिवार में पली-बढ़ीं, से ईसाई धर्म अपनाने का आग्रह किया था। इस टिप्पणी के बाद वेंस को अमेरिका और भारत दोनों जगह तीखी आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। मिसिसिपी विश्वविद्यालय में हुए ‘टर्निंग प्वाइंट यूएसए (TPUSA)’ कार्यक्रम में वेंस ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है, उनकी पत्नी “कुछ हद तक उसी चीज़ से प्रभावित हैं, जिसने मुझे चर्च से जोड़ा।” विवाद बढ़ने पर उन्होंने सफाई दी, “मेरी पत्नी मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा आशीर्वाद हैं। उन्होंने ही मुझे अपने धर्म से दोबारा जोड़ा।” अमेरिका के प्रमुख हिंदू संगठन हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर उनकी पत्नी ने उन्हें उनके धर्म से जोड़ने के लिए प्रेरित किया, तो वेंस को भी हिंदू धर्म से जुड़ना चाहिए। संगठन ने कहा कि हिंदू धर्म में जीवनसाथी पर धर्म परिवर्तन का दबाव डालने की कोई परंपरा नहीं है और धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान किया जाता है। वेंस ने बाद में स्पष्ट किया कि उनकी पत्नी धर्म परिवर्तन नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा, “वह ईसाई नहीं हैं और ऐसा करने की कोई योजना नहीं है, लेकिन मैं उनसे प्यार करता रहूंगा और हम अपनी आस्थाओं पर बातचीत जारी रखेंगे।” इस विवाद ने अमेरिका में धार्मिक स्वतंत्रता और अंतरधार्मिक विवाहों पर नई बहस छेड़ दी है।